ईरान के देजगाह में दुनिया में सबसे गंदे आदमी के नाम से मशहूर अमो हाजी ने अंतिम सांस ली.सूत्रों के अनुसार बीते रविवार को उन्होनें अपनी देह त्याग दी. ईरानी न्यूज के मुताबिक़ हाजी वर्षों से अकेले रहते थे और बीमार पड़ जाने के भय से वे 60 सालों से नहाए नहीं थे.
वहीं यह बात भी सामने आई है कि कुछ महीने पहले उसके गांव वालों ने उसे जबरदस्ती नहलाया. उस वक़्त हाजी की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल भी हुई थीं.
अब ख़बर यह आई है कि विश्व के सबसे गंदे आदमी के नाम से जाने वाले इरानी शख़्स की मौत हो गई है. अभी वो 94 सील के थे और पिछले 60 सालों से बिना नहाए-धोए रहते थे.
ब्रितानी अखबार ‘द गार्डियन’ की खबर बताती है कि व्यक्ति ईरान के गांव में अकेले रहता था और बीते रविवार को उसने आखिरी सांस ली. ईरान न्यूज के अनुसार हाजी को अकेले रहकर बीमार पड़ने का डर था,जिस कारण उन्होनें न नहाने का फैसला किया.हाजी को नहाकर बीमार होने का भय रहता था.
इसलिए वह पिछले से 60 सालों से नहीं नहाया था. हालांकि कुछ महीने पहले उसके गांव के लोगों ने उसे जबरदस्ती नहला दिया था और तब हाजी की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दी. इससे दुनियाभर में लोग हैरान थे कि यह कैसा रिकॉर्ड हैं!
ख़बरों के मुताबिक़ हाजी ईंट की एक खुली झोपड़ी में रहते थे और अपनी जवानी के समय में कुछ बुरे अनुभवों के चलते सतर्क हो गए थे.इसके बाद उन्होंने न नहाने का संकल्प किया.
वहीं तेहरान टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया कि हाजी सड़क किनारे मरे जानवरों का मांस खाकर और धूम्रपान करके जीवित रहते थे.
आपकोआपक बता दें कि उनके इस अजीब जीवनशैली पर 2013 में ‘द स्ट्रेंज लाइफ ऑफ अमौ हाजी’ नामक एक शॉर्ट डॉक्युमेंट्री भी बनाई गई थी.
हाजी मानते थे कि नहाना उन्हें बीमार कर देगा.अन्य रिपोर्टस यह दावा करती हैं कि इतनी गंदगी में रहने और न नहाने के बाद भी वह पूरी तरह सेहतमंद थे.