देश और दुनिया में साल का दूसरा सूर्यग्रहण पड़ने वाला है. यह सूर्यग्रहण दीवाली के त्योहार के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को सब जगह देखा जा सकेगा. यह सूर्यग्रहण धार्मिक व वैज्ञानिक दोनों तरह से विशेष होने वाला है.इसे दोनों स्तरों पर कष्टदायी ही माना जाता है.
इसी कारण आमतौर पर इसका होना अशुभ कहलाता है और इस दौरान कोई भी शुभ व विशेष कार्य करने की मनाही होती है. जबकि आप सब इसमें पूजा तर्पण, पित्र कार्य, तंत्र कर्म आदि कार्य कर सकते हैं.
जानकारी के अनुसार इस सूर्यग्रहण सूतक 12 घंटे पहले ही लग जाएगा. हमारे देश भारत में आप दिन में 2 बजकर 29 मिनट से सूर्यग्रहण देख पएंगे, वहीं इसके तकरीबन 4 घंटे 3 मिनट तक चलने की संभावना है.कहा जा रहा है कि इस बार सूर्यास्त होने के बाद भी ग्रहण लगा रहेगा और शाम 6 बजकर 32 मिनट पर ग्रहण के समाप्त हो जाएगा.
भारत में सूर्य ग्रहण का दिन व समय
धर्मशास्त्र और ज्योतिष के अनुसार इस सूर्यग्रहण का असर संपूर्ण भारत में सभी लोगों के ऊपर विशेष तौर पर पड़ने वाला है. उनका कहना है कि यह सूर्य ग्रहण भोम मासी अमावस्या पर पड़ रहा है इसलिए यह राज भंग कराने का योग भी बनाता है.
जिसे समस्त विश्व में युद्ध भड़काने जैसे हालात बन सकते हैं और पहले से ही तनावग्रस्त स्थानों पर अधिक हिंसात्मक प्रतिक्रिया होने की आशंका है.
सूर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव
जानकारों का मानना है कि यह सूर्य ग्रहण समस्त राशियों को अलग तरह से प्रभावित करने वाला है.हर राशि इसके असर से गुज़रेगी. अगर बात करें तो कुछ राशियों पर विशेष चिंताजनक प्रभाव हो सकते हैं, जिसमें मेष वृष मिथुन राशियां शामिल हैं.
ज्योतिषों के पुर्वानुमानों के अनुसार मेष राशि को अपने जीवनसाथी की सेहत पर विशेष ध्यान देना है.वहीं कर्क राशि के व्यक्तियों को धनार्जन के योग बन रहे हैं और सिंह राशि के लोग को कार्यों में सिद्धि प्राप्त होगी. उनका कहना है कि कन्या राशि वालों के जीवन में धन हानि व दुर्घटना आदि हो सकते हैं, वृश्चिक राशि को धन हानि का अंदेशा है.
इसके साथ ही धनु राशि को ये सूर्य ग्रहण उन्नति और लाभ प्रदान करेगा.