मुंह में पानी ला देने के लिए कचौरी इसका नाम ही काफी है, ब्रेकफास्ट मेन्यू में कुछ नया करने के लिए फूली फूली मूंग दाल कचौरी रेसिपी एक बहुत अच्छा ऑप्शन है, साथ ही यह शाम की चाय के साथ सर्व होने वाले स्नैक के रूप में भी पसंद की जाती है.
मूंग दाल की कचौरी टिकाऊ होती हैं, आप इन मूंग दाल कचौरीयों को २-३ दिन आसानी से एयर टाइट डिब्बे में स्टोर करके रख सकते हैं,हम सबका कोई ना कोई पसंदीदा स्टाल या हलवाई जरूर होता है जिसकी कचौरी एक दम फूली हुई और खस्ता बनती है, और वो हमे बेहद पसंद होती है,तो मैं आपसे उन्हीं के स्टाइल मे खास टिप्स के साथ ये मूंग दाल की खस्ता कचौड़ी और आलू की सब्जी बनाना बताऊंगी, जिसे खा कर आप सबका दिल खुश हो जाएगा.
मूंग दाल कचौरी बनाने के लिए आपको चाहिए
1. आटा गूथने के लिए –
* मैदा Refined flour- 2 कप
* घी Ghee – 4-5 बड़े चम्मच
* नमक Salt – एक छोटा चम्मच
* अजवाइन Carom seeds – 1/4 छोटी चम्मच
* पानी आटा लगाने के लिए
2.दाल की स्टफिंग बनाने के लिए
* मूंग दाल Yellow Split Moong – 2 कप soaked 3-4 hour
* काली मिर्च -1 tsp
* सौंफ – 1 tsp
* साबुत धनिया – 1 tsp
* मेथी – 1 tsp
* जीरा – 1 tsp
* अजवाइन – 1 tsp
* तेल oil – 2 बड़े चम्मच और कचौरी तलने के लिए
* बेसन Gram flour – 2-3 बड़े चम्मच
* हींग – 2 चुटकी
* लाल मिर्च पाउडर – 1/2 tsp
* हल्दी पाउडर – 1/4th tsp
* अमचूर पाउडर – 1/2 tsp
* कसूरी मेथी – 1 tsp
* नमक – स्वादानुसार
मूंग दाल कचौरी बनाने की विधि
* सबसे पहले हम आटा गूथ कर रख लेंगे, इसके लिए एक परात ले, और आटा या मैदा डालें, और नमक, अजवाइन, घी या तेल डाल कर अच्छे से मिक्स करिए, मुट्ठी से बांध कर देखे की मोयन सही से है या नहीं इसी से ये खस्ता बनेंगे.
अब थोड़ा थोड़ा पानी डाल कर सॉफ्ट आटा गूथ कर तैयार कर लीजिए, और 15-20 मिनट के लिए साइड में रख दीजिए तब तक मूंग दाल की स्टफिंग तैयार कर लेंगे.
* अब जो मूंग दाल भिगोए है उन्हे पानी से छान लीजिए और ग्राइंडर जार में डाल कर हल्का दरदरा कर ले, बस कुछ सेकंड के लिए ही चलाए, अब हम खड़े मसाले को दरदरा करेंगे, जो है, काली मिर्च, सौंफ, मेथी और साबुत धनिया इन्हे हल्का रोस्ट करके मोटार यानी खरहल में दरदरा पीस लीजिए.
* गैस की फ्लेम पर पैन गरम होने को रखे, इसमें 2 चम्मच तेल डाले, फिर जीरा, अजवाइन, हींग डाल दे और फिर बेसन डाल कर 2-3 मिनट मीडियम फ्लेम पर भून लें.
* बेसन भून जाए तो मूंग की दाल को डाल दे, और सारे मसाले हल्दी, लाल मिर्च, अमचूर पाउडर, कसूरी मेथी, नमक डाल कर भूनें, जब तक की ये सूखने न लगे, साथ ही हमने जो दरदरा मसाला पिसा है उसे भी दाल में डाल कर मिक्स कर लेंगे, ये मसाला हलवाई का सीक्रेट होता है, जिस से उनकी कचौरी बहुत टेस्टी लगती है.
* अब दाल को लगातार चलाते हुए एक दम सूखने तक और अच्छी सी महक आने तक भून लीजिए और फिर प्याले में निकाल कर ठंडा कर लीजिए.
* इधर आटा भी सेट होकर तैयार है, इसकी गोल गोल लोइया तोड़ लीजिए, एक लोइ उठाइये और हाथ पर रखकर उसे उंगलियों की सहायता से बड़ा कर, टोकरी जैसा बना लीजिये.
* आटे की इस टोकरी में एक चम्मच दाल की स्टफिंग डाल कर आटे को चारों ओर से उठा कर अच्छी तरह से बंद कर दीजिए, सारी कचौरिया इसी तरह से भरकर तैयार कर लीजिए.
* अब कढ़ाई में कचौरियों को तलने के लिए घी या तेल गरम होने को रखे, मीडियम आंच पर जब तेल गरम हो जाए तो एक एक करके कचौरियां को हाथ से हल्का दबा कर तेल में डाल कर दोनो ओर से सुनहरा होने तक तलिए.
* जितनी कचौरी एक बार कढ़ाई में आ जाय उतनी कचौरी कढ़ाई में डालिए, कचौरियां जब फूल कर तैरने लगे और नीचे की ओर से थोड़ी सिक जाय तब उन्हें पलट दीजिये.
जब दोनो ओर से गोल्डन ब्राउन हो जाए इसे छान कर प्लेट पर निकाल लीजिए, सारे कचौरियां ऐसे ही तल कर निकाल लें, इसे हरी चटनी, लाल चटनी या मेरी बताई हुई आलू की सब्जी के साथ खा सकते है, जिसकी वीडियो मैंने नीचे दी हुई है.