शहर में रहने वाले लोग अक्सर इस बारे में सोचते हैं कि काश उनके पास भी खेती करने के लिए जमीन होती. वह अपने लिए ताजी और रसायन रहित सब्जियां उगा पाते. लेकिन क्या आपको पता है कि बिना मिट्टी के भी कई किस्म की फसलें उगाई जा सकती है और एक पौधे के पीछे खर्च भी एक रुपये का ही आता है. इसके लिए आप अपने घर की छत से लेकर बालकनी का इस्तेमाल कर सकते हैं और घर बैठे ताजी सब्जियों का मजा ले सकते हैं. जी हां, ऐसा संभव है. आइए जानते हैं कैसे?
बिनी मिट्टी कैसे करें खेती?
बिना मिट्टी की खेती की तकनीक पूरी दुनिया में काफी फेमस है. भारत में भी महानगरों में इस खेती ने तेजी से दस्तक दी है. बिना मिट्टी की खेती की तकनीक को सॉयललेस कल्टीवेशन (Soil less Cultivation) कहा जाता है. इसके अलावा वैज्ञानिक इसे ‘हाइड्रोपोनिक्स’ कहते हैं. तकनीक में फसल उगाने के लिए लकड़ी का बुरादा, बालू और कंकड़ों के साथ पानी का इस्तेमाल किया जाता है. पौधों को पोषक तत्व देने के लिए पानी में ही एक विशेष किस्म का घोल मिलाया जाता है. वो भी महीने में एक से दो बार ही कुछ बूंदें मिलानी पड़ती हैं. बस इसके बाद आप अपने घर में मनचाही सब्जियां उगा सकते हैं.
क्या क्या उगा सकते हैं?
‘हाइड्रोपोनिक्स’ तकनीक के जरिए आप गेंहू-चना जैसी फसलें नहीं उगा सकते हैं. लेकिन टमाटर, खीरा, पालक, गोभी और शिमला मिर्च जैसी सब्जियां आसानी से पैदा कर सकते हैं. इसके अलावा पत्ते वाले किसी भी पौधे को उगा सकते हैं, जो सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं.
हाइड्रोपोनिक्स विधि से शहरों में रहने वाले लोग फूलगोभी, शिमला मिर्च, ब्रोकली, लैट्यूस, पालक, टमाटर और स्ट्राबेरी ही नहीं बल्कि पत्ते वाले फूलों का उत्पादन भी कर सकते हैं,इस विधि से तैयार होने वाली सब्जियों में मिट्टी से लगनी वाली बीमारियां नहीं लगती और सब्जियां ऑर्गेनिक होगी,शहरों में दिनोंदिन घटती जमीन और निरंतर बढ़ती ताजी सब्जियों की मांग के चलते अर्बन एग्रीकल्चर को बढ़ावा दिया जा रहा है,भारत के लिए अभी यह विधि नई है और यह सबको जरूर अपनाना चाहिए.
* हाइड्रोपोनिक तरीके से सब्जियां उगाने के लिए बस आपको सब्जियों के बीज चाहिए होंगे और जालीदार प्लास्टिक या स्टील की टोकरी और उसके नीचे रखने के लिए एक बर्तन, कुछ हर्ब्स या सब्जियां आप कटिंग से भी उगा सकते है जैसे पुदीना
क्या हैं फायदें?
बिना मिट्टी के खेती के कई फायदे हैं. आइए जानते हैं.
1. मिट्टी पर निर्भरता खत्म हो जाती है.
2. खर्च काफी कम आता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 8 इंच ऊंचाई वाले पौधे को उगाने में प्रति वर्ष एक रुपये से भी कम खर्च आता है.
3. आप अपने घर के किसी भी हिस्से में खेती कर सकते हैं. मवेशी और मौसम की मार से काफी हद तक राहत मिल जाती है.
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